यूपी की राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध ने हिंसक रूप ले लिया. लखनऊ के हसनगंज इलाके में उप्रदवियों ने पुलिस चौकी में आग दी और कई गाड़ियों को भी जला दिया. उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज की. उधर तमाम इंतजामों के बावजूद लखनऊ के परिवर्तन चौक पर प्रदर्शन हुआ. इनमें जामिया और एएमयू के छात्र भी हैं. पुलिस इन्हें हिरासत में ले रही है. इनकी मांग है कि क़ानून वापस लिया जाए.
लखनऊ के डालीगंज में लोग घर के भीतर से पत्थरबाजी कर रहे हैं और कांच की बोतलें भी फेंक रहे हैं. पुलिस का कहना है कि वह हालात को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है. छोटे-छोटे बच्चे भी पुलिस पर पत्थर बरसा रहे हैं. आस पास के इलाकों से छतों से पुलिस के ऊपर पत्थर फेंके जा रहे हैं. एक गली से पुलिस दाखिल होती है तो दूसरी गली से पथराव शुरू हो जा रहा है.
लखनऊ के परिवर्तन चौक पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद हो रहे हैं. यहां चारों तरफ चौड़ी चौड़ी सड़के हैं और लोग यहां इकट्ठा हो रहे हैं. लोग नारेबाजी कर रहे हैं. पुलिस इंतजाम के साथ बैठी हुई है ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके. सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग और वकील यहां इकट्ठे हो रहे हैं. लोगों के हाथ में झंडा है और वे सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं लखनऊ के डीएम ने कहा कि पथराव करने वालों को गिरफ्तार किया गया है. स्थिति को नियंत्रण में किया गया है.
इससे पहले यूपी के संभल में प्रदर्शन के दौरान सरकार बस में आग लगा दी गई. इसके बाद संभल के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने कहा कि इलाके में अगले आदेश तक के लिए इंटरनेट सर्विस को बंद कर दिया गया है.