राम प्रसाद सरमाह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मैं आज बीजेपी छोड़ रहा हूं. लेकिन मैं असम के उन पुराने बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए वास्तव में दुखी हूं जो पार्टी में नए घुसपैठियों की वजह से सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं. मैंने इन कार्यकर्ताओं की बात को जोरदार तरीके से उठाया. लेकिन उनकी आवाज उठाने वाला अब कोई नहीं है.
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तमाम पार्टियों में नेताओं के नाराजगी का दौर भी शुरू हो गया है. असम में तेजपुर से बीजेपी सांसद राम प्रसाद सरमाह ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है. असम के वित्त मंत्री और पार्टी के कदावर नेता हेमंत बिस्व सरमा को बीजेपी ने तेजपुर से टिकट देने का प्लान बनाया है. टिकट कटने की वजह से राम प्रसाद सरमाह नाराज बताए जा रहे हैं.
राम प्रसाद सरमाह ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘मैं आज बीजेपी छोड़ रहा हूं. लेकिन मैं असम के उन पुराने बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए वास्तव में दुखी हूं जो पार्टी में नए घुसपैठियों की वजह से सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं. मैंने इन कार्यकर्ताओं की बात को जोरदार तरीके से उठाया. लेकिन उनकी आवाज उठाने वाला अब कोई नहीं है.’ सरमाह ने पार्टी में शामिल किए गए हेमंत बिस्व सरमा जैसे लोगों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘ये पार्टी के पुराने कार्यकर्ता ही हैं जिन्होंने दशकों तक बीजेपी को बिना किसी अन्य समर्थन के सत्ता में रखा. लेकिन उनमें से ज्यादातर को दरकिनार कर दिया गया है और उनके साथ बहुत बुरा बर्ताव किया जा रहा है.’
गौरतलब है कि असम की तेजपुर सीट पर कांग्रेस का अच्छा खासा प्रभाव था, लेकिन 2014 के चुनाव में यहां ऐसी मोदी लहर चली कि पहली बार इस सीट पर कमल खिला और बीजेपी प्रत्याशी राम प्रसाद सरमाह ने 86 हजार 20 मतों से जीत हासिल की थी. उन्हें कुल चार लाख 46 हजार 511 मत मिले थे. दूसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी भूपेन कुमार बोरा को 3 लाख 60 हजार 491 वोट मिले थे. 16667 लोगों ने यहां नोटा का बटन दबाया था. 63 वर्षीय सांसद राम प्रसाद सरमाह ने बीए और एलएलबी की है. पेशे से वकील राम प्रसाद पर्यावरण और वन्य जीव संरक्षण के काम में विशेष रुचि रखते हैं.