
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सिखों पर अत्याचार की नई तस्वीर सामने आई है. ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर शुक्रवार को सैकड़ों लोगों की भीड़ ने पथराव किया और हमलावरों ने ननकाना साहिब का नाम बदलने की धमकी भी दी. इस हमले को लेकर भारत ने एक्शन लेते हुए पाकिस्तान में सिख समुदाय की सुरक्षा की मांग की.
वहीं, देश भर में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के बीच पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय पर हुए इस हमले को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उनके नेता भुनाने में जुट गए हैं.
पाकिस्तान में गुरुद्वारा में हमले के बाद बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को आड़े हाथ लिया. पात्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा…पाकिस्तान में हमारे सिख भाइयों को धमकी दी जा रही है.
“ननकाना साहिब में एक भी सिख़ ना रहने देना …इस्लाम के नाम पे”
— Sambit Patra (Modi Ka Parivar) (@sambitswaraj) January 4, 2020
यह धमकी दी जा रही थी पाकिस्तान में हमारे सिख़ भाइयों को …इन कांग्रेसियों को “Minority Religious Persecution” का और सबूत चाहिए?
@RahulGandhi , @priyankagandhi आप के लिए ये सबूत काफ़ी है या और चाहिए? pic.twitter.com/FdzdvVKqpc
वहीं, बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा, पाकिस्तान के नानकाना साहिब गुरुद्वारे पर धार्मिक उन्मादियों का हमला प्रमाण है कि वहां अल्पसंख्यकों के साथ बुरा बर्ताव होता है!
बीजेपी नेता जीतेंद्र सिंह ने लिखा कि कांग्रेस पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की हुई प्रताड़ना को कब स्वीकारेगी!
बता दें कि बीते दिन नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने कहा कि यह कानून जम्मू-कश्मीर में भी लागू होगा और रोहिंग्या शरणार्थियों को यहां से जाना ही होगा. उन्होंने कहा कि रोहिंग्या को जम्मू-कश्मीर से जाना होगा और हम उनके निर्वासन को लेकर पूरी तैयारी करेंगे.
वहीं, पाकिस्तान में गुरुद्वारे पर हमले को लेकर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने लगातार दो ट्वीट किए. उन्होंने लिखा कि कल पाकिस्तान के पवित्र श्री ननकाना साहिब गुरुद्वारा के सबसे पवित्र स्थान पर तोड़फोड़, पथराव और आगजनी की गई. यह घटना पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के धार्मिक उत्पीड़न और CAA के पीछे धार्मिक अत्याचार को मान्यता देने से मना करने वालों के लिए आंखें खोलने वाला होना चाहिए.
Vandalism, stone pelting & acts of descrecation at the holiest of holy Sri Nankana Sahib Gurudwara yesterday should be an eye opener for those who refuse to recognize religious persecution of minorities in Pakistan & the rationale behind CAA. pic.twitter.com/3dNqX33jbf
— Hardeep Singh Puri (मोदी का परिवार) (@HardeepSPuri) January 4, 2020
एक अन्य ट्वीट में हरदीप सिंह पुरी ने लिखा, एक भारतीय और सिख के रूप में मैं उन लोगों को अमानवीय और निश्चित रूप से धर्मनिरपेक्ष नहीं मानता, जो इस तरह के अन्याय और उत्पीड़न के प्रति असंवेदनशील हैं.
Vandalism, stone pelting & acts of descrecation at the holiest of holy Sri Nankana Sahib Gurudwara yesterday should be an eye opener for those who refuse to recognize religious persecution of minorities in Pakistan & the rationale behind CAA. pic.twitter.com/3dNqX33jbf
— Hardeep Singh Puri (मोदी का परिवार) (@HardeepSPuri) January 4, 2020
बता दें कि पाकिस्तान में शुक्रवार की शाम सैकड़ाें कट्टरपंथी मुस्लिमाें ने सिखों के पवित्र धर्मस्थल ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर पथराव किया. इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने सिखों को भगाने और ननकाना साहिब का नाम बदलने की धमकी भी दी. घटना पर भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से नाराजगी जाहिर की गई.