
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हिंसा की घटना से छात्र सहमे हुए हैं. सोमवार सुबह बहुत से छात्रों को कैम्पस से जाते हुए देखा गया. यूनिवर्सिटी कैम्पस से जाने वाले छात्रों का कहना है कि अभी यहां बहुत तनाव है, जब स्थितियां सामान्य होंगी तब फिर कैम्पस लौटकर आएंगे. जेएनयू मेन गेट पर ऑटो में बैठे एक छात्र ने बताया कि कैम्पस में माहौल अभी तनावपूर्ण है और हालात सामान्य होने के बाद ही वो लौटेगा.
पीएचडी कर रही प्रियंका ने बताया कि हिंसा की वजह से कैम्पस में तनाव का माहौल है. छात्रों में डर का माहौल बना हुआ है. इसकी वजह से छात्र कैम्पस छोड़कर जा रहे हैं. ये छात्र अपने रिश्तेदारों के पास या अपने घर जा रहे हैं. पीएचडी करने वाली धान्या भी कैम्पस छोड़कर जा रही हैं.
भारी पुलिस बल तैनात
जेएनयू के अंदर अभी भी तनाव का माहौल बना हुआ है. छात्र हॉस्टल खाली करके सुरक्षित जगह पर जा रहे हैं. छात्रों का कहना है कि अंदर अभी भी डर का माहौल बना हुआ है और पढ़ाई नहीं हो पा रही है, इसलिए हम लोग सुरक्षित जगह पर जा रहे हैं. जब माहौल शांत होगा तो वापस आएंगे. हालांकि जेएनयू कैंपस के अंदर पुलिस तैनात नहीं है. गेट के बाहर भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया है.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार शाम हिंसा की घटना हुई. जेएनयू छात्र संघ ने दावा किया है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने हिंसा को अंजाम दिया है. वहीं, एबीवीपी ने लेफ्ट विंग पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. इस हिंसा में छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत कई छात्र घायल हैं. जेएनयू में फीस बढ़ोतरी को लेकर लंबे समय से प्रोटेस्ट चल रहा है.
क्यों हुआ बवाल
बताया जा रहा है कि शनिवार को जेएनयू छात्र संघ ने सर्वर रूम को लॉक कर दिया था. इसे लेकर एबीवीपी और लेफ्ट विंग के स्टूडेंट्स में हल्की झड़प हुई थी. रविवार को जेएनयू छात्र संघ की ओर से साबरमती हॉस्टल से मार्च निकाला जाना था. इस दौरान यहां हिंसा हुई.
इस घटना को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी घायलों से मिलने एम्स अस्पताल पहुंचीं, वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी समेत कई विश्वविद्यालयों के छात्र दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे. कई विश्वविद्यालयों के छात्र और अध्यापक भी अब जेएनयू छात्र संघ के समर्थन में आ गए हैं.
हिंसा मामले में जांच समिति गठित
बहरहाल, जेएनयू में हुई हिंसा को लेकर पुलिस के पास तीन शिकायतें आई हैं. हालांकि, अभी तक कोई केस दर्ज किया गया है या नहीं, इसपर अपडेट आना बाकी है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि हमें JNU की हिंसा पर कई शिकायतें मिली हैं जिन पर हम जांच शुरू करेंगे. जल्द ही इस मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी. दिल्ली पुलिस की सीपी शालिनी सिंह की अगुवाई में जो जांच होगी, उसमें 4 इंस्पेक्टर और दो एसीपी शामिल रहेंगे.