भारतीय फेड कप टेनिस टीम ने पहली बार प्ले-ऑफ में प्रवेश कर इतिहास रच दिया है. दुबई में अंकिता रैना के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने इंडोनेशिया के खिलाफ 2-1 से जीत हासिल की. अंकिता ने शनिवार रात सिंगल्स मुकाबले में प्रतिभाशाली अल्दिला सुत्जियादी के खिलाफ बेशकीमती जीत दर्ज की, जिससे प्रतियोगिता में भारत ने 1-1 से बराबरी हासिल कर ली. इससे पहले ऋतुजा भोसले को गैरवरीय प्रिस्का मैडलीन नुगरोहो के खिलाफ करारी हार झेलनी पड़ी थी.
आईटीएफ जूनियर सर्किट में 15वें स्थान पर काबिज इंडोनेशिया की 16 वर्षीय खिलाड़ी के खिलाफ ऋतुजा ने शुरुआती सिंगल्स मुकाबला एक घंटे 43 मिनट में 3-6, 6-0, 3-6 से गंवाया. अपने पिछले दो सिंगल्स मुकाबले हारने वाली अंकिता ने इंडोनेशिया के खिलाफ दूसरे मैच में अल्दिला सुत्जियादी की चुनौती को 6-3 6-3 से ध्वस्त कर दी.
These are the moments we work all our lives for 🇮🇳 what an incredible team effort … world group play offs here we come for the first time ever .. @FedCup pic.twitter.com/RXaNJKLecS
— Sania Mirza (@MirzaSania) March 8, 2020
इसके बाद अंकिता ने अनुभवी सानिया मिर्जा के साथ मिलकर सुत्जियादी और नुगरोहो को 7-6 (4) 6-0 से हराकर भारत को प्ले-ऑफ में जगह दिला दी, जहां अब अप्रैल में उसका सामना लाटविया और नीदरलैंड्स के बीच मुकाबले की विजेता से होगा.
टूर्नामेंट में अजेय रहे चीन से शुरुआती मुकाबला हारने के बाद भारतीय टीम छह टीमों के ग्रुप में लगातार चार जीत के साथ दूसरे स्थान पर रही. इसके साथ ही छह टीमों की एशिया ओशियाना ग्रुप एक में शीर्ष पर रहने वाली दो टीमें प्ले-ऑफ के लिए क्वालिफाई कर गईं.
अंकिता के प्रदर्शन से भारत आगे बढ़ा
2016 में एशिया/ओसनिया ग्रुप एक में वापसी के बाद भारत क्षेत्रीय ग्रुप में ही बना रहा था, लेकिन अंकिता के प्रदर्शन से चीजों में सुधार शुरू हुआ. सानिया की चार साल बाद फेड कप में वापसी से भी भारतीय टीम को मदद मिली, क्योंकि उनकी मौजूदगी और मार्गदर्शन से खिलाड़ियों को काफी फायदा मिला.
भारत के गैर खिलाड़ी कप्तान विशाल उप्पल नतीजे से खुश थे. उन्होंने कहा, ‘यह ऐतिहासिक क्षण है और इसका हिस्सा होना शानदार है. मुझे अपनी टीम (खिलाड़ियों, फिजियो, कोच और मैनेजर) के प्रत्येक सदस्य पर गर्व है. हम सभी ने एक लक्ष्य के लिए कड़ी मेहनत की.’