
एअर इंडिया के विनिवेश के लिए बने मंत्री समूह (GoM) की आज यानी मंगलवार को बैठक हो रही है. इस बैठक के बाद एअर इंडिया की बिक्री के बारे में कुछ अहम ऐलान किया जा सकता है. इस ग्रुप का नेतृत्व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर रहे हैं.
एअर इंडिया की बिक्री के तौर-तरीकों के बारे में प्रीलिमिनरी इन्फॉर्मेशन मेमोरंडम (PIM) में हुई चर्चा के आधार पर मंगलवार की बैठक में बात की जाएगी.
क्यों बना है GoM
गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई में इस समूह से परिवहन मंत्री नितिन गडकरी बाहर हो गए थे और उनकी जगह अमित शाह को शामिल कर समूह की कमान दी गई थी. इस समिति को यह तय करना है कि एअर इंडिया की बिक्री का तरीका क्या हो.
इस समूह में शाह के अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य एवं रेलवे मंत्री पीयूष गोयल और नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी शामिल हैं. इंडिया स्पेसिफिक अल्टरनेटिव मेकेनिज्म (AISAM) नाम के इस समूह का गठन जून 2017 में किया गया था.
कब हुआ गठन
सूत्रों के मुताबिक अब नए विनिवेश मॉडल पर एअर इंडिया के लिए नए मंत्री काम करेंगे. मिली जानकारी के मुताबिक इस पैनल का नाम इंडिया स्पेसिफिक अल्टरनेटिव मेकेनिज्म रखा जाएगा, पहले इसे जून 2017 में गठित किया गया था. तब इस पैनल में 5 लोग शामिल थे, जिनका नेतृत्व तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली कर रहे थे.
आर्थिक संकट से जूझ रही सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एअर इंडिया में विनिवेश के लिए सरकार व्यापक तौर से तैयारी कर रही है. इसके लिए सरकार विनिवेश प्रक्रिया जल्द शुरू करेगी.
28 जून 2017 को एक बैठक में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने सैद्धांतिक रूप से एअर इंडिया और इसकी पांच सहायक कंपनियों के रणनीतिक विनिवेश को मंजूरी दी थी.
इसके लिए कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स(CCEA) के जरिए एयर इंडिया स्पेसिफिक अल्टरनेटिव मैकेनिज्म (AISAM) का गठन किया गया था. वहीं अब AISAM ने विनिवेश की प्रक्रिया को आगे बढ़ाए जाने की सिफारिश की है. सरकार से जारी समर्थन के परिणामस्वरूप एयर इंडिया के वित्तीय और परिचालन प्रदर्शन में सुधार हुआ. AISAM की सिफारिशों के मुताबिक, सरकार अब कंपनी के विनिवेश की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी.
पहले भी हुई थी बिक्री की कोशिश
इसके पहले सरकार ने 2018 में एअर इंडिया की 76 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए बिड आमंत्रित किए थे. लेकिन तब यह प्रक्रिया विफल रही क्योंकि कोई खरीदार ही सामने नहीं आया. अब निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन (DIPAM) विभाग ने एअर इंडिया की बिक्री का नया प्रस्ताव तैयार किया है. इसमें कच्चे तेल की कीमत, करेंसी में उतार-चढ़ाव जैसे कई मसलों को ध्यान में रखा गया है.