प्रयागराज में जन्मे टीएस सिंह देव ( टीएस बाबा ) अंबिकापुर से जीते, अब छत्तीसगढ़ के CM

राज परिवार से ताल्लुक रखने वाले टीएस बाबा प्रयागराज में टीएस सिंह देव का जन्म हुआ था, शिक्षा-दीक्षा हुई और फिर राजनीति में एंट्री। 2008 से वह अंबिकापुर को अपने नाम करते आ रहे हैं।

सरगुजा के राज परिवार से आने वाले टीएस सिंह देव को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भरोसेमंद लोगों में से एक माना जाता है। टीएस बाबा ने इस बार विधानसभा चुनाव 2018 का मुकाबला 1,00,439 वोटों से अपने नाम किया जबकि बीजेपी से अनुराग सिंह देव को 60,815 वोटों पर संतोष करना पड़ा।

देव, 2008 से लगातार अंबिकापुर से चुनाव जीतते रहे हैं। उन्होंने 2013 में बीजेपी के अनुराग सिंह देव को 13 हजार वोटों से चुनावी मुकाबले में पटखनी दी थी जबकि 2008 में उनकी जीत का यह आंकड़ा सिर्फ एक हजार था। बात की जाए शिक्षा की तो टीएस सिंह देव ने भोपाल यूनिवर्सिटी के हमीदिया कॉलेज से हिंदी विषय में एमए की डिग्री हासिल की है। इससे पहले देव ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज से बीए किया था।

ऐसा है टीएस बाबा का यूपी कनेक्शन
टीएस सिंह देव का जन्म 31 अक्टूबर 1951 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (इलाहाबाद का बदला हुआ नाम) में हुआ था। त्रिभुवनेश्वर शरण सिंह देव के राजनीतिक जीवन की शुरुआत वर्ष 1983 में अंबिकापुर नगर पालिका परिषद के चीफ यानी अध्यक्ष के रूप में चुने जाने के साथ ही हुई थी। इस पद पर टीएस सिंह देव 10 वर्ष तक काबिज रहे। छत्तीसगढ़ में त्रिभुनेश्वर शरण सिंह देव ‘टीएस बाबा’ के नाम से चर्चित हैं। दरअसल, टीएस सिंह देव मौजूदा विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं और उनके बारे में एक खास बात यह भी है कि वह छत्तीसगढ़ में सबसे अमीर उम्मीदवार थे।

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