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Magnificent MP शिवराज के मुकाबले आधे खर्च में समिट का आयोजन कर रहे कमलनाथ

मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार सत्ता में आने के बाद पहली इन्वेस्टर्स समिट मैग्नीफिसेंट एमपी का आयोजन 18 अक्टूबर को इंदौर में किया जा रहा है। ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में होने वाली इस समिट के आयोजन पर कमलनाथ सरकार द्वारा लगभग 30 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं, जो कि शिवराज सरकार के दौरान हुई समिटों के मुकाबले लगभग आधा है। शिवराज कार्यकाल में हुई समिटों पर औसतन 70 करोड़ रुपए का खर्च किया गया था।


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गुजरात के सीएम थे उस समय उन्होंने वायब्रेंट गुजरात की नींव डाली थी और आयोजन का ठेका मुंबई की कंपनी विजक्राफ्ट को दिया था। इंदौर में होने वाली मैग्नीफिसेंट एमपी समिट का ठेका भी विजक्राफ्ट को 22 करोड़ रुपए में दिया गया है। समिट के अन्य कार्यों के लिए 8 करोड़ रुपए स्थानीय विभागों को दिए गए है। इस 8 करोड़ रुपए में से इंदौर नगर निगम द्वारा सड़क सुधारने, रंगरोगन, लाइटिंग, हरियाली, वॉल पेंटिंग आदि पर 5 करोड़ रुपए खर्च किए गए है। इस प्रकार मैग्नीफिसेंट एमपी के आयोजन पर 30 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे है।


समिट में शामिल होने के लिए लगभग 900 उद्योगपतियों को उद्योग विभाग द्वारा निमंत्रण भेजा गया है। हर उद्योगपति को होटल में ठहरने का खर्च खुद वहन करना होगा। इसके अलावा यदि उद्योगपति इंदौर के आसपास घूमने जाता है तो वाहन खर्च भी उद्योगपति को ही उठाना होगा। समिट में शामिल होने के लिए अधिकांश उद्योगपति गुरुवार को इंदौर पहुंच गए।


12 हजार करोड़ का निवेश तैयार
मैग्नीफिसेंट एमपी के आयोजन से पहले ही रिलायंस सहित देश-विदेश की 35 कंपनियों ने मप्र में 12 हजार करोड़ रुपए के निवेश करने पर सहमति प्रदान कर दी है। यह कंपनियां 18 अक्टूबर को अपने निवेश की घोषणा करेंगी।


नौ कोर सेक्टर पर रहेगा फोकस
मैग्नीफिसेंट एमपी में सरकार पहली बार नौ कोर सेक्टर पर फोकस कार्यक्रम करने जा रही है, जिसके स्पीकर देश के जाने-माने उद्योगपति होंगे। इनमें बीसीसीआई के पूर्व प्रेसीडेंट और इंडिया सीमेंट के वाइस चेयरमैन एन. श्रीनिवासन, आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला और रसना ग्रुप के एमडी पी. खंबाटा शामिल हैं। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत उद्योगपतियों को मप्र की औद्योगिक तरक्की और यहां निवेश के अ‌वसरों की जानकारी देंगे।


18 को ब्रिलियंट में डिनर
समिट में आए उद्योगपतियों को 17 अक्टूबर को मैरिएट होटल में डिनर दिया गया। 18 अक्टूबर को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के गार्डन एरिया में डिनर का आयोजन किया गया है। भोजन मैन्यू में वेज और नॉनवेज शामिल है। स्पेशल भुट्‌टे का किस, कई प्रकार की रोटी, रायता, आइस्क्रीम, सलाद, चावल के अलावा देशी सब्जियां रहेंगी। इसके अलावा ऑस्ट्रेलियन ग्रील्ड फीश, बिजिंग चिकन और मटन शमी कबाब जैसे विदेशी आयटम भी रहेंगे।


सिंहासा आईटी पार्क का उद्घाटन हुआ
सिंहासा आईटी पार्क का 17 अक्टूबर को उद्घाटन किया गया। शासन द्वारा ग्राम सिंहासा में 107 एकड़ भूमि मध्यप्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम लिमिटेड भोपाल को आवंटित की गई थी। यहां पर 41 भूखंडों को विकसित कर आईटी सेंटर भवन का निर्माण किया गया है। इन कार्यों पर 116 करोड़ रुपए खर्च किए गए। आईटी कंपनियों को 17 भूखंड आवंटित किए जा चुके हैं।


850 कराेड़ के 5 प्राेजेक्ट का लाेकार्पण
मैग्नीफिसेंट एमपी समिट 18 अक्टूबर काे है, इससे एक दिन पहले यानी 17 अक्टूबर काे मुख्यमंत्री कमलनाथ करीब 850 कराेड़ रु. के पांच प्राेजेक्ट का लाेकार्पण किया। इसमें धार जिले में 373 करोड़ रुपए से बनने जा रही प्रदेश की पहली एकीकृत इंडस्ट्रियल टाउनशिप (स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क) का लाेकार्पण भी शामिल है। इसके अलावा 225.92 करोड़ रुपए की पीथमपुर जलप्रदाय योजना, 139 करोड़ रुपए से तैयार सिंहासा आईटी पार्क, 60 करोड़ रुपए का आईएसटीबी इंदौर और 51 करोड़ रुपए का आईटी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर शामिल है।


गोल्ड क्लास कैटेगरी में 125 उद्योगपति
मैग्नीफिसेंट एमपी-2019 में शामिल होने वाले वीवीआईपी अतिथियों की संख्या लगभग 125 है। इस कैटेगरी को गोल्ड क्लास नाम दिया है। गोल्ड क्लास में मुख्य तौर पर गोदरेज ग्रुप के आदि गोदरेज, अडाणी ग्रुप से प्रणव अडाणी, बजाज फिन सर्व के संजीव बजाज, हिंदुस्तान यूनी लिवर से गणेश कृष्णमूर्ति, जापान की जेट्रो संस्था से कजुया नाकाजो, महिंद्रा एंड महिंद्रा से अशोक शर्मा, टाटा संस से तन्मय चक्रवर्ती, प्रॉक्टर एंड गैंबल से मधुसूदन गोपालन, आईटीसी से संजीव पुरी व चितरंजन डार, टोयोटा किर्लोस्कर से विक्रम किर्लोस्कर, आयशर मोटर्स से एस शांडिल्य, वेल्सपन से संदीप गर्ग, रेमंड से संजय बेही शामिल हैं।


नहीं होगी बिजली गुल
आयोजन स्थल ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में दोहरी लाइन के इंतजाम के साथ ही एक मेगावाट क्षमता के तीन ट्रांसफॉर्मर लगाए गए है। यहां बिजली कंपनी का अस्थाई कंट्रोल रूम भी बनाया गया है जहां 8 इंजीनियरों सहित 20 कर्मचारियों को तैनात रहेंगे।


700 पुलिसकर्मी संभालेंगे ट्रैफिक
आयोजन के दौरान शहर की ट्रैफिक व्यवस्था 700 पुलिसकर्मियों के हाथों में रहेगी। इसमें से 350 अफसर व जवान को अन्य शहरों से इंदौर बुलाया गया है। समिट में आने वाले लोगों को अलग-अलग पास प्रदान किए जाएंगे, उसी के हिसाब से पार्किंग व्यवस्था रहेगी। लगभग 1500 चार पहियां और दो पहियां वाहनों की पार्किंग व्यवस्था की गई है। 


ये स्पीकर रहेंगे 18 अक्टूबर को विशेष सत्र में

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