वाराणसी.पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों की बोट डिप्लोमेसी के बीच कांग्रेस ने बड़ा आरोप लगाया है। आरोप है कि मैक्रों की नजर से गंदगी और बदबू दूर करने के लिए काशी के घाटों की कॉस्मेटिक सर्जरी की गई। कांग्रेस के मुताबिक, गंगा में खूशबू के लिए उसमें 5 क्विंटल के करीब इत्र डाला गया। हालांकि, बीजेपी की ओर से अभी तक इस आरोप पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। जब रियलिटी चेक करने पहुंच कांग्रेस की टीम…
– सोमवार को पीएम मोदी और मैक्रों ने गंगा में नौका विहार किया।
– इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद थे।
– इसके लिए बनारस में काशी के घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया था।
– गंगा में गिरने वाले कई बड़े नालों के पास दोनों नेताओं के बड़े-बड़े होर्डिंग्स और पोस्टर्स लगाए गए थे।
– इस बोट डिप्लोमेसी के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय राय ने घाटों की कॉस्मेटिक सर्जरी कराने का आरोप लगाया है।
कहा कमिश्नर ने?
– वहीं, वाराणसी के कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण का कहना है कि गंगा में किसी तरह का इत्र नहीं डाला गया। साथ ही कहा- अफवाह नहीं उड़ाना चाहिए।
– उन्होंने होर्डिंग मामले पर कहा- नालों को होर्डिंग्स से ढंकने की कोशिश नहीं की गई, बल्कि कई जगहों पर अलग-अलग सपोर्ट के होर्डिंग्स लगाए गए थे।
33 नाले गिरते हैं गंगा में
– स्वच्छ गंगा रिसर्च लेबॉटरी (संकट मोचन फाउंडेशन) के प्रेसिडेंट व बीएचयू प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्र ने बताया कि वर्तमान में 33 नाले गंगा में गिरते हैं।
– ‘350 एमएलडी रॉ सीवेज सीधे गंगा में गिरता है। इससे खराब बात क्या हो सकती है कि मेहमानों के होर्डिंग से नालों को ढंक दिया गया।’
– उन्होंने कहा, अगर गंगा में 5 क्विंटल इत्र डाला गया है, तो सीवेज के पानी में मिलकर बाद में वो बदबू देगा।’
– ‘लेकिन उसका असर गंगा में ज्यादा देर तक नहीं रहेगा, वो धारा के साथ आगे बढ़ जाएगा।’
तब मोदी ने कहा था-माँ गंगा ने मुझे बुलाया है
– 26 मई, 2014 को शपथ लेते वक्त मोदी ने गंगा की अविरलता और निर्मलता को लेकर अपना सबसे बड़ा ड्रीम प्रोजेक्ट बताया था।
– केंद्र सरकार ने इसके लिए 20 हजार करोड़ रुपए भी पास किए।
– बाकायदा योजना का मास्टर प्लान तैयार करने के लिए गंगा मंत्रालय भी बनाया गया।
– गौरतलब है कि 24 अप्रैल, 2014 को मोदी ने जब लोकसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन भरा था- तब उन्होंने कहा था कि ‘मां गंगा ने मुझे बुलाया है।’