सीमा की सुरक्षा में तैनात सशस्त्र सीमा बल के जवानों के भत्ते दो महीने तक नहीं मिलेंगे. बताया जा रहा है कि एसएसबी के पास फंड की कमी हो गई है. एसएसबी मुख्यालय ने देश भर में अपनी यूनिटों को बताया है कि उनके पास फंड की कमी हो गई है. ऐसे में मुश्किल से जवानों और अन्य कर्मचारियों को जनवरी और फरवरी का वेतन देने लायक ही पैसे बचे हैं.
सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों को कुछ महीनों तक पैसे की किल्लत से जूझना पड़ सकता है, क्योंकि एसएसबी ने फंड की कमी के चलते अपने जवानों के भत्तों पर दो महीने के लिए रोक लगा दी है. एसएसबी मुख्यालय ने देशभर में तैनात अपने जवानों को जनवरी और फरवरी के दौरान एरियरों और अन्य वेतन भत्तों का भुगतान रोकने का फैसला किया है. समाजार एजेंसी पीटीआई ने यह जानकारी सूत्रों के हवाले से दी है.
90 हजार जवानों को दो महीने वेतन भत्ता नहीं मिलेगा
एसएसबी फंड की कमी से जूझ रहा है. उसके पास अपने जवानों वेतन देने भर के पैसे मुश्किल से बचे हैं. ऐसे में 90 हजार जवानों वाली इस फोर्स को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि दो महीने के भत्ते रोकने के बाद मार्च में सभी तरह के एरियर का भुगतान कर दिया जाएगा. इस बारे में एसएसबी मुख्यालय ने देश भर में अपनी यूनिटों को यह जानकारी दे दी है. इस दौरान कोई लीव इनकैशमेंट भी नहीं मिलेगा.
पीटीआई के मुताबिक एसएसबी के अधिकारियों से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि इस महीने और अगले महीने जवानों की सैलरी प्रभावित नहीं होगी, लेकिन बकाया एरियर का मार्च में भुगतान कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि कभी-कभी फंड की दिक्कत हो जाती है, पहले भी ऐसा किया जा चुका है. वेतन भत्ते रोकने के संबंध में 23 जनवरी को आदेश जारी किया गया है.
सशस्त्र सीमा बल कहां-कहां तैनात
सशस्त्र सीमा बल के जवान बड़ी संख्या में बिहार और झारखंड में नक्सल विरोधी ऑपरेशन में लगे हैं. इसके अलावा नेपाल बॉर्डर पर करीब 1751 किलोमीटर और भूटान सीमा पर करीब 699 किलोमीटर की निगरानी का जिम्मा एसएसबी के पास है.
एसएसबी केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले पांच केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में से एक है. बता दें कि पिछले साल सरकार द्वारा 800 करोड़ की रकम रिलीज करने में देरी होने के कारण सीआरपीएफ के जवानों के राशन भत्ते थोड़े दिनों के लिए रोक दिए गए थे.