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आज 12 बजे ShivrajCabinet का गठन आज मात्र 5 मंत्री बनाये जा रहे है |

आज 12 बजे #ShivrajCabinet का गठन आज मात्र 5 मंत्री बनाये जा रहे है |
1) गोविन्द सिंह राजपूत
2) तुलसी सिलावट
3) नरोत्तम मिश्रा
4) मीना सिंह
5)कमल पटेल
शेष मंत्री बाद में बनाये जायेगे |

23 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद से शिवराज सिंह चौहान अकेले सरकार चला रहे थे. कोरोना संकट के बीच छोटे कैबिनेट के साथ राज्य की कमान संभालने का फैसला लिया गया है.

मध्य प्रदेश में कल मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. इसमें चार से पांच मंत्री शपथ ले सकते हैं. यानी फिलहाल छोटे कैबिनेट के साथ शिवराज सिंह चौहान की सरकार राज्य का कमान संभालेगी. बता दें कि अभी तक शिवराज अकेले ही राज्य की सरकार चला रहे थे.

बीते 23 मार्च को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इसके बाद कोरोना वायरस के संकट के चलते मंत्रिमंडल का विस्तार टल गया था. कहा तो ये भी गया कि मंत्रियों की संख्या फाइनल नहीं होने की वजह से भी कैबिनेट का विस्तार नहीं हो पा रहा था.

मध्य प्रदेश में दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया और बीजेपी में शामिल हो गए. उनके खेमे के विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और राज्य में कलमनाथ की सरकार खतरे में पड़ गई. फ्लोर टेस्ट के पहले ही कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया और इस तरह से 15 साल बाद मध्य प्रदेश में बनी कांग्रेस की सरकार गिर गई. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री की शपथ ली.

कहा ये भी गया कि सिधिंया की वजह से भी राज्य में कैबिनेट का विस्तार नहीं हो रहा था. दरअसल, सिंधिया ने बीजेपी के आलाकमान के पास इस बात की मांग रखी कि उनके खेमे के विधायकों को मंत्री बनाया जाए.

23 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद से शिवराज सिंह चौहान अकेले सरकार चला रहे थे. कोरोना संकट के बीच छोटे कैबिनेट के साथ राज्य की कमान संभालने का फैसला लिया गया है.

मध्य प्रदेश में कल मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. इसमें चार से पांच मंत्री शपथ ले सकते हैं. यानी फिलहाल छोटे कैबिनेट के साथ शिवराज सिंह चौहान की सरकार राज्य का कमान संभालेगी. बता दें कि अभी तक शिवराज अकेले ही राज्य की सरकार चला रहे थे.

बीते 23 मार्च को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इसके बाद कोरोना वायरस के संकट के चलते मंत्रिमंडल का विस्तार टल गया था. कहा तो ये भी गया कि मंत्रियों की संख्या फाइनल नहीं होने की वजह से भी कैबिनेट का विस्तार नहीं हो पा रहा था.

मध्य प्रदेश में दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया और बीजेपी में शामिल हो गए. उनके खेमे के विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और राज्य में कलमनाथ की सरकार खतरे में पड़ गई. फ्लोर टेस्ट के पहले ही कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया और इस तरह से 15 साल बाद मध्य प्रदेश में बनी कांग्रेस की सरकार गिर गई. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री की शपथ ली.

कहा ये भी गया कि सिधिंया की वजह से भी राज्य में कैबिनेट का विस्तार नहीं हो रहा था. दरअसल, सिंधिया ने बीजेपी के आलाकमान के पास इस बात की मांग रखी कि उनके खेमे के विधायकों को मंत्री बनाया जाए.

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