आप भारत में काम करते है या फिर भारतीय एम्प्लोयी है तो फिर दिवाली बोनस के बारे में तो आपने खूब सुन रखा होगा. कई कम्पनियों में दिवाली बोनस देने की प्रथा चली आ रही है और ये प्रथा अपने आप में बड़ी ही गजब रही है इस बात में कोई भी शक नही है क्योंकि यहाँ हजार से लेकर लाखो रूपये तक के बोनस कम्पनियों के मालिक लुटाते है और इनमे से सबसे पहला नाम आता है गुजराती बिजनेसमेन सावजी ढोलकिया का जो अपने कर्मचारियों का सबसे ज्यादा ख्याल रखते है.
सावजी शुरू से ही अपने कर्मचारियों को बोनस में फ्लैट, ट्रिप जैसी चीजे देते रहे है और पिछले साल तो अपने कर्मचारियो को कारे दी थी लेकिन इस बार की बात थोड़ी अलग हो गयी है. इस बार सावजी अपने कर्मचारियों को कोई भी गिफ्ट दे पाने में असमर्थ है. सावजी का कहना है कि इस बार काम में बहुत ही ज्यादा मंदी आ गयी है.
ये मंदी सन 2008 में आयी मंदी से भी ज्यादा बुरी है जिसमे हम लोग इस सोच में पड़े हुए है कि लोगो की नौकरी किस तरह से बचाई जाए. इस बार चालीस हजार लोगो की नौकरी सिर्फ हीरा उद्योग में जा चुकी है. हमें अपना उत्पादन भी कम करना पड़ा है जो अपने आप में चुनौती है जिसके चलते हम अभी कोशिश कर रहे है कि किसी न किसी तरह से इससे बाहर निकला जाए.
अब आप खुद समझ सकते है कि अगर हीरा उद्योग जैसे लग्जरी बिजनेस के ही ये हाल हो रखे है तो फिर बाकी में तो कोई उम्मीद लगाना ही बिलकुल बेमानी है और ये बात सच है. खैर उद्योग जगत से जुड़े हुए लोग कोशिश जरुर कर रहे है कि किसी न किसी तरह से इन सबसे उबरा जाए और बाजार में फिर से वही खुशहाली लौट आये जो कभी हुआ करती थी.