मुख्यमंत्री से जब पूछा गया कि क्या वह भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को इस चुनाव में प्रतिद्वंद्वी मानते हैं तो उन्होंने तिवारी की गायकी के लिये प्रशंसा की। केजरीवाल ने चुटकी लेते हुए कहा, “क्या आपने उनका ”रिंकिया के पापा” वाला गाना सुना है।”
दिल्ली विधानसभा चुनाव करीब हैं ऐसे में भाजपा और आप के बीच सियासी जंग शुरू हो गई है। इसी कड़ी में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनाव में उसका नारा “अबकी बार, तीन पार” होगा। गौरतलब है कि भाजपा को 2015 के विधानसभा चुनाव में केवल तीन सीटों पर ही जीत मिली थी।
केजरीवाल ने यहां ‘हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट’ में कहा कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का नारा “अबकी बार, 67 पार” होगा।” मुख्यमंत्री से जब पूछा गया कि क्या वह भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को इस चुनाव में प्रतिद्वंद्वी मानते हैं तो उन्होंने तिवारी की गायकी के लिये प्रशंसा की। केजरीवाल ने चुटकी लेते हुए कहा, “क्या आपने उनका ”रिंकिया के पापा” वाला गाना सुना है।”
चुनाव से पहले आप ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है। बता दें आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने शनिवार को दावा किया कि पूरे देश में एनआरसी लागू करने की सरकार की योजना उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को निशाना बनाने का “षडयंत्र” है। सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी रविवार को यहां जंतर मंतर पर भाजपा नीत केन्द्र सरकार की इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। प्रदर्शन का नेतृत्व आम आदमी पार्टी की पूर्वांचली इकाई के प्रमुख गोपाल राय करेंगे। पूर्वांचली पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार से आकर दिल्ली में बसे लोग हैं, जो यहां होने वाले चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
राज्य सभा सदस्य सिंह ने कहा कि अगर राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) पूरे भारत में लागू होती है तो देश के अलग अलग हिस्सों में दशकों से रह रहे उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग कहां जाएंगे क्योंकि वह 1971 से पहले अपने स्थानीय निवासी होने को साबित नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा, “गोपाल राय के नेतृत्व में हमारी पूर्वांचली इकाई एनआरसी के खिलाफ रविवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेगी, जिसे सरकार पूरे देश में लागू करने की योजना बना रही है। सिंह ने संसद में नागरिक (संशोधन) विधेयक का विरोध करने की रणनीति बनाने के लिए बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में भी हिस्सा लिया।