जयपुर. राजस्थान में सरकार गिराने की साजिश और विधायकाें की खरीद-फराेख्त काे लेकर एसओजी की ओर से केस दर्ज किए जाने के एक दिन बाद शनिवार काे सियासी घटनाक्रम तेजी से पलटा। सुबह कांग्रेस और भाजपा ने एक-दूसरे पर आप लगाए ताे शाम हाेते-हाेते मुख्यमंत्री ने अपने सभी मंत्रियाें काे अपने आवास पर बुला लिया और बैठक की।
इस बीच, डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित 10-15 कांग्रेस और निर्दलीय विधायकाें के दिल्ली के अलावा हरियाणा के तावड़ू स्थित एक हाेटल में हाेने की सूचना मिली। माना जा रहा है कि सरकार से नाराज चल रहे कांग्रेसी विधायक पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर अपनी बात रख सकते हैं। इसके लिए आलाकमान से समय मांगा गया है। एसओजी के बाद शनिवार को एसीबी ने खुलासा किया कि 3 निर्दलीय विधायक मोटी रकम लेकर विधायकाें काे तोड़ने गए थे। उन पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
शनिवार को जो विधायक दिल्ली पहुंचे उनमें सुरेश टांक, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, ओम प्रकाश हुडला, राजेंद्र बिधुड़ी, पीआर मीणा सहित अन्य विधायक हैं। इनके अलावा दिल्ली में ही विधायक रोहित बोहरा, चेतन डूडी और दानिश अबरार एकसाथ दिल्ली में रहे। हालांकि, देर रात तक इनके जयपुर के लिए रवाना होने की सूचना थी।
भास्कर ने इन तीनाें से बात की ताे एक ही जवाब मिला कि वे निजी काम से दिल्ली पहुंचे थे। उधर, सीएम अशोक गहलोत ने रात 8:30 बजे कैबिनेट मंत्रियों की मीटिंग ली। इसमें एक दर्जन मंत्री और एक दर्जन विधायक मौजूद रहे। करीब 2 घंटे चली बैठक में सीएम ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिए कि वे अपने प्रभार वाले जिलों के विधायकों से संपर्क में रहें और कोई भी जानकारी उन्हें मिलती है तो तुरंत सीएम को अवगत करवाएं।
किसी विधायक को कोई आपत्ति है तो मंत्री उन्हें सीधे सीएम से मिला सकते हैं। सभी मंत्रियों को अपने क्षेत्रों का दौरा करने के लिए भी कहा गया। बैठक में सिर्फ उन्हीं मंत्रियों को बुलाया गया था, जो जयपुर में मौजूद थे।
तीनों निर्दलीयों की कांग्रेस से संबद्धता खत्म
डूंगरपुर व बांसवाड़ा के विधायकाें काे प्रलाेभन देने के मामले में एसीबी ने शनिवार काे तीन निर्दलीय विधायकाें के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इनमें महुवा से ओमप्रकाश हुड़ला, अजमेर किशनगढ़ से सुरेश टांक तथा पाली मारवाड़ जंक्शन से निर्दलीय विधायक खुशवीर सिंह शामिल है।
जांच में सामने आया कि इनके पास माेटी धनराशि भी थी। ऐसा पहली बार हुआ है जब एसीबी ने इस तरह के मामलाें में प्राथमिकी दर्ज की है। तीनाें ने स्थानीय विधायकाें को प्रलाेभन दिया था। तीनों की कांग्रेस से संबद्धता खत्म कर दी गई है।
