Site icon Oyspa Blog

इस देश में कैदियों पर हो सकता है कोरोना वैक्सीन का प्रयोग, मिलेगा इनाम

रूस में भी अन्य देशों की तरह कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अब तक रूस में कोरोना के मामले 3 लाख 53 हजार से अधिक हो चुके हैं. वहीं, 3633 लोगों की कम से कम मौत हुई है. अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का समर्थन करने वाले देश के एक प्रमुख नेता ने कहा है कि कैदियों के ऊपर कोरोना वायरस की वैक्सीन का प्रयोग किया जाना चाहिए.

रूस के प्रमुख नेताओं में शामिल व्लादिमीर झिरिनोवस्की ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन के काम में तेजी लाने के लिए कैदियों पर प्रयोग होने चाहिए. उन्होंने कहा कि वैक्सीन के प्रयोग के बदले गंभीर अपराध में जेल में बंद कैदियों की सजा आधी कर दी जाए.

झिरिनोवस्की ने कहा- ‘हमें इंसानों पर परीक्षण तेज करना होगा. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि फिलहाल जेल में जो बंद हैं, वे लोग खुशी से वैक्सीन के टेस्ट के लिए तैयार हो जाएंगे, अगर उनकी सजा आधी कर दी जाए.’

Rossiya-24 के हवाले से डेली मेल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, व्लादिमीर झिरिनोवस्की ने कहा है कि सजा आधी करने का ऑफर देने पर हजारों कैदी वैक्सीन के परीक्षण में शामिल होने के लिए वॉलेंटियर करेंगे. झिरिनोवस्की लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता हैं. रूसी संसद में ये तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है.

व्लादिमीर झिरिनोवस्की के प्रस्ताव का विरोध भी होने लगा है. कैदियों के अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था Rossiya Sidyashchaya ने कहा है- दोषियों को मवेशियों की तरह इस्तेमाल करने का चलन रूस में सामान्य है.

Rossiya Sidyashchaya के वकील एलेक्सी फेडयारोव ने कहा कि यह उसी तरह है जैसे सोवियत यूनियन ने अपने ही लोगों को न्यूक्लियर टेस्ट से एक्सपोज कर दिया था.

रूसी राष्ट्रपति के मानवाधिकार परिषद के सदस्य एलेक्जैंडर ब्रौड ने व्लादिमीर पुतिन से अपील की है कि वे झिरिनोवस्की की योजना पर अमल ना करें. उन्होंने कहा कि हमारे दोषी गिनी पिग्स नहीं हैं.

Exit mobile version