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1 लाख करोड़ रुपये का घोटाला! बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इंडिया बुल्स पर लगाए गंभीर आरोप, चिदंबरम को भी लपेटा

भाजपा के फायरब्रांड नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में सुब्रमण्यन स्वामी ने इंडिया बुल्स ग्रुप पर 1 लाख करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है। इस पत्र में स्वामी ने आरोप लगाया है कि उक्त 1 लाख करोड़ रुपए का घोटाला पी.चिदंबरम और भूपिंदर सिंह हुड्डा समेत कई कांग्रेसी नेताओं के संरक्षण में हुआ। भाजपा नेता ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए एक एसआईटी के गठन की मांग की है, जिसमें सीबीआई, ईडी, सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टीगेशन ऑफिस (SFIO) और आयकर विभाग के अधिकारियों को शामिल करने की मांग की है।

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सुब्रमण्यन स्वामी के अनुसार, एक लाख करोड़ रुपए का घोटाला मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए किया गया। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में स्वामी ने लिखा है कि ”उन्हें विश्वस्त सूत्रों और कुछ उपलब्ध दस्तावेजों की जांच से पता चला है कि इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस लिमिटे, जो कि इन दिनों आर्थिक परेशानियों और दिवालियापन की तरफ बढ़ रही है, उसके प्रमोटर समीर गहलोत उसने कई कांग्रेसी नेताओं के सहयोग और संरक्षण से रियल एस्टेट, बैंकिंग और स्टॉक मार्केट में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया और एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की जनता की रकम की धांधली की”।

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कैसे किया घोटालाः पत्र में सुब्रमण्यन स्वामी ने बताया कि इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड ने 100 से ज्यादा शैल कंपनियां बनायी और फिर उन कंपनियों की मदद से नेशनल हाउसिंग बैंक से महाराष्ट्र, दिल्ली, गुरुग्राम, बेंगलुरू और चेन्नई में बड़ी मात्रा में लोन लिया। पत्र के अनुसार, यह लोन 30 करोड़ रुपए से लेकर 1000 करोड़ रुपए तक था।

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पत्र के अनुसार, इस लोन के पैसे को इंडिया बुल्स ने अन्य रियल एस्टेट फर्म में लगाया और फिर इस पैसे को वापस निवेश की रकम के तौर पर हासिल किया। स्वामी का आरोप है कि यह घोटाला मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए किया गया। सुब्रमण्यन स्वामी ने पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया है कि इंडिया बुल्स ने टीडीएस नियमों का उल्लंघन किया है, जिसकी जानकारी साल 2016 में वित्त मंत्रालय को भी दी गई थी, लेकिन तत्कालीन वित्त मंत्री ने अस्पष्ट कारणों से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। पत्र में इंडिया बुल्स के मालिक समीर गहलोत और अन्य लोगों के देश छोड़कर जाने पर रोक लगाने की मांग की है।

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कंपनी के शेयर गिरेः वहीं सुब्रमण्यन स्वामी का यह पत्र सामने आने के बाद इंडिया बुल्स ग्रुप के शेयरों की कीमत में गिरावट आयी है। मनी कंट्रोल की एक खबर के अनुसार, कंपनी के शेयर 5-10% तक गिर गए हैं। इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड और इंडिया बुल्स वेंचर के शेयर 10% तक गिर गए हैं। वहीं इंडिया बुल्स रियल एस्टेट के शेयर 8.5% और इंडिया बुल्स इंटीग्रेटेड सर्विस के शेयर 5% तक गिर गए हैं।

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इंडिया बुल्स ने दी सफाईः इसी बीच कंपनी ने इस पूरे मामले पर सफाई दी है और कहा है कि कंपनी ने नेशनल हाउसिंग बैंक से कोई लोन या फाइनेंस की सुविधा नहीं ली है। कंपनी द्वारा लिया गया कुल लोन करीब 87 हजार करोड़ रुपए है।

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