मोदी सरकार विदेश में जमा काला धन वापस लाने के लिए ‘एलीफेंट बॉन्ड’ पर विचार कर रही है. एक अनुमान के मुताबिक एलीफेंट बॉन्ड योजना से विदेश में जमा 500 अरब डॉलर काला धन वापस आ सकता है.
एलीफेंट बॉन्ड का आइडिया अर्थशास्त्री सुरजीत भल्ला की हाई लेवल कमेटी ने दिया था. इस कमेटी के मुताबिक एक बार एलीफेंट बॉन्ड में उन लोगों को निवेश करने का मौका दिया जाए जिनकी संपत्ति विदेश में जमा है.
एमनेस्टी स्कीम की तरह
बदले में केंद्र सरकार उन्हें कुछ राहत देगी. एक तरह से यह भी हो सकता है कि कम से कम 40 परसेंट तक विदेश में पैसा रखने वाले लोग इस बॉन्ड में निवेश करें.
यह एक तरह से एमनेस्टी स्कीम जैसी होगी, लेकिन अभी तक सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है यह केवल एक विचार या सुझाव है. लोकसभा में एक प्रश्न के जवाब में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस बारे में जवाब दिया.
भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड को केंद्र की मंजूरी
हालांकि आज बुधवार को केंद्र सरकार ने भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) को मंजूरी दे दी है. सार्वजनिक कंपनियों में निवेश की सुविधा देने वाला यह भारत का पहला कॉरपोरेट ईटीएफ होगा. केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को इसकी मंजूरी दे दी.
इस बॉन्ड के आने से आम लोगों को सरकारी कंपनियों में निवेश कर पैसा बनाने का मौका मिलेगा. बॉन्ड में निवेश के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए भारत सरकार ने अपना पहला ईटीएफ बॉन्ड लाने की योजना बनाई है. यह सरकारी कंपनियों यानी सीपीएसई\सीपीएसयू\सीपीएफआई\या किसी सरकारी संस्था द्वारा जारी होने वाला बॉन्ड होगा जिसे शेयर मार्केट के एक्सचेंजों पर खरीदा-बेचा जा सकेगा. इसमें कम से कम 1,000 रुपये का भी निवेश किया जा सकेगा.