Site icon Oyspa Blog

JNU हिंसा पर बोलीं ममता- ये आजादी की दूसरी लड़ाई, एक साथ लड़ें सभी छात्र

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा की निंदा की है. उन्होंने कहा कि देश के सभी छात्रों को इस मसले पर एक साथ लड़ाई लड़नी चाहिए. ममता बनर्जी ने कहा कि वह अपनी पार्टी के कुछ नेताओं को इस मामले की जांच करने के लिए भेजेंगी.

बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब इस वक्त आजादी की दूसरी लड़ाई लड़ रहे हैं, अब संवैधानिक पदों को भी नहीं बख्शा जा रहा है.

ममता बनर्जी ने छात्रों और फैकल्टी पर किए गए हमले की निंदा की है और कहा कि बीजेपी देश में जारी छात्र आंदोलन को दबाना चाहती है. उन्होंने कहा कि CAA, NRC को लेकर देश के कई संस्थानों में छात्र आवाज़ उठा रहे हैं, जिन्हें दबाया जा रहा है.

गौरतलब है कि ममता बनर्जी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर रही हैं, फिर चाहे वो नागरिकता संशोधन एक्ट का मुद्दा हो या फिर नेशनल रजिस्टर फॉर पॉपुलेशन का. ममता अभी तक CAA के खिलाफ काफी रैलियां, मार्च निकाल चुकी हैं और इस कानून को संविधान विरोधी बताया.

नकाबपोश हमलावरों ने मचाया था तांडव

रविवार को जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में कुछ नकाबपोश लोगों ने कैंपस में तोड़फोड़ की थी. इस दौरान 30 से अधिक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनमें JNUSU की प्रमुख आइशा घोष भी शामिल थीं.

इस मामले पर दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और क्राइम ब्रांच के द्वारा टीम का गठन किया गया है. पुलिस ने अभी इस मामले में एफआईआर दर्ज की है, वहीं हमलावरों की पहचान करना जारी है.

बता दें कि ममता बनर्जी के अलावा विपक्ष की कई पार्टियों ने इस हिंसा की निंदा की है और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने जेएनयू हिंसा की तुलना नाज़ीवाद से की है और सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं.






Exit mobile version