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अमेरिका से टेंशन के बीच बोला ईरान, भारत की पहल का स्वागत करेंगे

अमेरिका के हमले में ईरान के शीर्ष मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद से ईरान में गुस्से का माहौल है. इस बीच ईरान ने अमेरिका के साथ तनाव खत्म करने के लिए भारत के द्वारा किसी भी प्रकार के पहल का स्वागत करेंगे.

ईरानी दूत ने बुधवार को कहा, ‘भारत ईरान का अच्छा दोस्त है और हम युद्ध नहीं शांति चाहते हैं. ईरान के सैन्य कमांडर कासिम सोलीमनी की हत्या के बाद अमेरिका के साथ अपने तनाव को कम करने के लिए ईरान भारत द्वारा किसी भी शांति पहल का स्वागत करेगा.’

हालांकि, उनकी इस टिप्पणी के कुछ ही घंटे बाद ईरान ने इराक में दो अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर अपने शीर्ष कमांडर जनरल कासिम सोलीमनी की हत्या के प्रतिशोध में मिसाइल हमले किए.

मध्य इराक में बुधवार सुबह (स्थानीय समयानुसार) अल असद एयरबेस पर कम से कम 10 रॉकेटों से हमले किए गए, जहां कई अमेरिकी सैनिक तैनात हैं. ये अमेरिकी ड्रोन हमले के मद्देनजर ईरान द्वारा पहली बार किया गया जवाबी हमला प्रतीत होता है.

गौरतलब है कि पिछले सप्ताह अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरानी कुद्स फोर्स के कमांडर जनरल कासिम सुलमानी मारे गए थे, जिसके बाद से अमेरिका और ईरान के रिश्तों में तल्खी बढ़ गई है.

समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, यह अभी तक ज्ञात नहीं है कि मिसाइल हमले में कोई हताहत हुआ है या नहीं या अड्डे में किस तरह का नुकसान हुआ है. यह भी पक्के तौर पर ज्ञात नहीं है कि कितनी मिसाइलें दागी गईं या वे किस प्रकार की थीं.

व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हमले के बारे में सूचित किया गया है और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के संपर्क में हैं, जबकि ईरान की सरकारी मीडिया ने कहा है कि रिवोल्यूशनरी गार्डस ने हमले को अंजाम दिया.

ईरान की समाचार एजेंसी आईएसएनए के मुतकाबिक, ‘आज सुबह, (ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड) के साहसी लड़ाकों ने ‘ओह जाहरा’ कोड के साथ आतंकवादी अड्डे और आक्रामक अमेरिकी फोर्सेज ‘एन अल असद’ पर 10 मिसाइलें दाग कर ऑपरेशन शहीद सुलेमानी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया.’

एबीसी न्यूज ने बताया कि एक अमेरिकी अधिकारी ने पुष्टि की है कि इराक में कई अमेरिकी सैन्य अड्डों पर ईरान के अंदर से ‘बैलिस्टिक मिसाइलों’ को दागा गया, जिसमें उत्तरी इराक में एरबिल और पश्चिमी इराक में अल असद एयर बेस शामिल हैं.

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