पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत से तनाव के बीच देश को संबोधित किया है. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पुलवामा हमले पर फिर से बातचीत का प्रस्ताव भारत को दिया है. उन्होंने पहले और दूसरे विश्व युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि जंग शुरू होने के बाद कब खत्म होगी, यह तय कर पाना किसी के हाथ में नहीं है.
"I ask India,given the weapons capability on both sides, can we afford a miscalculation? It will neither be in my control nor Modi’s. We want to come to table & talk about terrorism that effects both the countries. We are ready. Let better sense prevail"#BetterSenseShouldPrevail pic.twitter.com/AzmNYvk9Rp
— PTI (@PTIofficial) February 27, 2019
इमरान ने कहा कि जंग शुरू करने से पहले नहीं पता होता है कि वह जंग किधर जाएगी. उन्होंने कहा कि पहला विश्व युद्ध महीनों में खत्म होना था जिसे 6 साल लग गए. दूसरे विश्व युद्ध में हिटलर ने सोचा था कि वह रूस को फतह कर लेगा, लेकिन उसे मुंह की खानी पड़ी. आतंक के खिलाफ लड़ाई में क्या अमेरिका ने सोचा था कि अफगानिस्तान में इतने लंबे वक्त तक फंसे रहेंगे, ऐसे ही वियतनाम युद्ध में भी पता नहीं था कि वह इतने दूर तक जाएगा.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि इतिहास बताता है कि जंगों में हम एक-दूसरों का आंकलन नहीं कर पाते. जो हथियार हमारे पास हैं और आपके पास हैं, क्या उसका आंकलन न कर पाने की गलती की जा सकती है. क्या हमें सोचना नहीं चाहिए अगर जंग शुरू होती है तो यह किधर जाएगी. क्योंकि तब यह न मेरे काबू में होगी और न नरेंद्र मोदी के काबू में होगी.