रविवार को केवल मनोहर लाल खट्टर और दुष्यंत चौटाला ने ही शपथ ली है.
मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की दूसरी बार शपथ ली. इसके साथ ही जेजेपी संस्थापक दुष्यंत चौटाला ने भी शपथ ली. राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने पद की शपथ दिलाई. दुष्यंत चौटाला को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है. वोटों की गिनती के दो दिन बाद बीजेपी दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी के साथ तालमेल में कामयाब रही. दुष्यंत की नई सरकार में क्या भूमिका होगी ये भी तय हो गया. शनिवार को दिल्ली से आए पर्यवेक्षक रविशंकर प्रसाद की देखरेख में बीजेपी के विधायकों ने मनोहर लाल खट्टर को आम राय से अपना नेता चुना. वहीं शुक्रवार को दुष्यंत ने दावा किया था कि जो दल साझा न्यूनतम कार्यक्रम को लागू करेगा वो उसका साथ देंगे.
हालांकि, बीजेपी नेता और खट्टर सरकार में मंत्री अनिल विज जेजेपी से गठजोड़ को मजबूरी की राजनीति मानते हैं. शपथ से एक दिन पहले ये तय नहीं है कि नए मंत्रिमंडल में किस-किस को जगह मिलेगी. लेकिन सूत्रों का कहना है कि सिर्फ एक उप मुख्यमंत्री बनने के आसार हैं. जेजेपी कैबिनेट में दो जगह पाने की उम्मीद लगाए है.
गौरतलब है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 40 सीटों पर जीत हासिल की थी, वहीं दुष्यंत चौटाला की पार्टी ने 10 सीटें जीतने में कामयाब रही. शुक्रवार को जेजेपी प्रमुख और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की मुलाकात थी. सात निर्दलीय विधायकों ने भाजपा को समर्थन की पेशकश की है. इसके बाद भाजपा का आंकड़ा 57 पहुंच गया.
