दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने RSS प्रमुख मोहन भागवत को लेटर लिखा है। उन्होंने भागवत से 4 सवाल पूछे हैं।
केजरीवाल ने पूछा कि भाजपा नेता पैसे बांट रहे हैं। पूर्वांचली और दलित लोगों के नाम कटवाने का भी प्रयास कर रही है। क्या RSS को नहीं लगता की भाजपा लोकतंत्र को कमजोर कर रही है।
दरअसल, AAP नेता प्रियंका कक्कड़ ने सोमवार को आरोप लगाया था कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा नेता प्रवेश वर्मा पैसे बांट रहे हैं।
साथ ही उन्होंने कहा था कि शादरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा नेता विशाल भारद्वाज ने मतदाताओं के नाम हटाने के लिए चुनाव आयोग को आवेदन दिया है। भाजपा दिल्ली में रहने वाले कई पूर्वांचलियों के वोट काटना चाहती है।
इसे लेकर ही केजरीवाल ने भागवत से सवाल किए हैं। केजरीवाल ने यह चिट्ठी 30 दिसंबर को लिखी थी, लेकिन यह 2 दिन बाद बुधवार को सामने आई है।
आतिशी ने कहा था- प्रवेश वर्मा के घर महिलाओं को ₹1100 बंटे,
आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि प्रवेश वर्मा के सरकारी आवास 20 विंडसर प्लेस पर महिलाओं को ₹1100 बांटे जा रहे हैं। आतिशी ने कहा कि प्रवेश वर्मा को गिरफ्तार करना चाहिए। ED-CBI और दिल्ली पुलिस को इनके आवास पर छापा मारना चाहिए। इस मामले में चुनाव आयोग को भी जवाब देना चाहिए।
प्रवेश वर्मा बोले- पिताजी की संस्था के तहत पैसे बांटे गए
उधर, प्रवेश वर्मा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा- मेरे पिताजी साहिब सिंह वर्मा ने जरूरतमंद लोगों की भलाई के लिए संस्था बनाई थी। उसके तहत महिलाओं को पैसे बांटे जा रहे थे। उन्होंने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
आतिशी दिल्ली की टेम्परेरी मुख्यमंत्री हैं। वे तब सीएम बनी जब इनका मंत्रिमंडल जेल में था। संजय सिंह भी मेरे घर के आगे पीछे घूम रहे हैं। मुझे अच्छा लग रहा है कि ये लोग चिंतित है। मेरे पिताजी द्वारा राष्ट्रीय स्वाभिमान संस्था का निर्माण 25 वर्ष पहले किया गया था।
केजरीवाल ने 3 महीने पहले भी भागवत को चिट्ठी लिखी थी
केजरीवाल ने भागवत को 3 महीने पहले भी लेटर लिखा था। उन्होंने केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिटायरमेंट तक कई मुद्दों पर सवाल पूछे। केजरीवाल ने लिखा कि वे देश के मौजूदा हालात से बहुत चिंतित हैं और भाजपा सरकार की नीतियों को देश के लिए हानिकारक मानते हैं।
दिल्ली में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी AAP
- दिल्ली में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच गठबंधन की अटकलों को अरविंद केजरीवाल ने खारिज कर दिया। AAP प्रमुख केजरीवाल ने कहा है कि आम आदमी पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।
- बुधवार को यह खबर सामने आई थी कि AAP दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 15 सीट देने पर विचार कर रही है, लेकिन केजरीवाल ने X पर पोस्ट के जरिए गठबंधन की बात को नकार दिया है।
- AAP ने अब तक 31 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। 2020 चुनाव में 27 सीटों पर AAP, जबकि 4 पर भाजपा के विधायक थे। AAP ने इस बार 27 विधायकों में से 24 के यानी 89% टिकट काट दिए हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव, आप सभी 70 सीटों पर कैंडिडेट घोषित कर चुकी
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे। CM आतिशी को कालकाजी से उम्मीदवार बनाया गया है। सौरभ भारद्वाज ग्रेटर कैलाश, सत्येंद्र जैन शकूर बस्ती से चुनाव लड़ेंगे।
AAP ने 21 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच यानी 25 दिनों में कुल 4 लिस्ट में 70 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए। इस बार 26 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं। 4 विधायकों की सीट बदली गई है।
इनमें मनीष सिसोदिया की सीट पटपड़गंज से जंगपुरा, राखी बिडलान की मंगोलपुरी से मादीपुर, प्रवीण कुमार की जंगपुरा से जनकपुरी और दुर्गेश पाठक की करावल नगर से राजेंद्रनगर सीट बदली गई है। 2020 में राघव चड्ढा राजेंद्रनगर से विधायक बने थे। 2022 में उनके राज्यसभा जाने के बाद से यह सीट खाली है।
भाजपा ने केजरीवाल को भूल-भुलैया फिल्म का छोटा पंडित बताया, कहा- वे चुनावी हिंदू
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को राजधानी में पुजारी-ग्रंथी योजना लॉन्च की। केजरीवाल ने कश्मीरी गेट के मरघट वाले बाबा के मंदिर में पत्नी के साथ दर्शन किए और वहां के पुजारी का पहला रजिस्ट्रेशन कराया। योजना के तहत पुजारियों-ग्रंथियों को हर महीने 18 हजार रुपए सैलरी देने का वादा किया गया है।