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तृणमूल के नेताओं की असम में पिटाई

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर एनआरसी प्रक्रिया की निगरानी के लिए असम गये तृणमूल कांग्रेस के आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ सिलचर एयरपोर्ट पर मारपीट की गयी. टीएमसी के प्रवक्ता डेरेक ओब्रॉयन ने मीडिया के समक्ष यह आरोप लगाया. उधर असम पुलिस की ओर से भी आरोप लगाया गया कि टीएमसी नेताओं ने महिला पुलिस के साथ हाथापायी की.

टीएमसी के प्रतिनिधि मंडल में राज्य के शहरी विकास मंत्री  फिरहाद हाकिम, सांसद सुखेन्दु शेखर रॉय, काकुली घोष दस्तिदार, अर्पिता घोष, महुआ मैत्र व अन्य शामिल हैं. आरोप है कि महिला सिपाहियों ने एयरपोर्ट पर उनको एक कदम आगे नहीं जाने दिया. धारा 144 लागू होने की दुहायी देकर हवाईअड्डे से बाहर नहीं जाने दिया.

आरोप है कि सिलचर एयरपोर्ट पर पहुंचते ही राज्य पुलिस ने दरवाजा बंद कर सभी को एयरपोर्ट पर ही रोक दिया. किसी को  भी एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया गया. प्रतिनिधि मंडल में शामिल नेताओं के साथ धक्का-मुक्की कर फोन तक छीन लिया गया. मौके पर महिला पुलिस ने उनको जबरन रोक लिया. उसके बाद तृणमूल सांसद वहीं धरने पर बैठ गये. बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिथियों में सुखेन्द्र शेखर राय, काकोली घोष दस्तीदार, रत्न दे नाग, नदीमुल हक, अर्पिता घोष, ममता ठाकुर शामिल हैं.

मालूम हो कि सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि एनआरसी प्रक्रिया की निगरानी और ड्राफ्ट में नहीं शामिल होने वाले लोगों से बातचीत के लिए तृणमूल कांग्रेस सांसदों की एक टीम असम भेजेगी. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा था कि अगर जरुरत पड़ी तो मै भी जा सकती हूं. उन्होंने आगे कहा कि मैं इसे कानून और व्यवस्था की समस्या के रूप में नहीं बल्कि मानव समाज पर संकट के रूप में देख रही हूं. एनआरसी  की नई सूची प्रकाशित होने के बाद यह बात सामने आयी कि नई सूची में 40 लाख से अधिक लोगों का नाम नहीं है.

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