मद्रास हाईकोर्ट के पूर्व जज कर्णन गिरफ्तार

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चेन्नई पुलिस ने बुधवार को पूर्व जज सीएस कर्णन को गिरफ्तार कर ‌लिया। कर्णन मद्रास और कोलकाता हाईकोर्ट में जज रहे हैं। उन पर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जजों के खिलाफ अपमानजनक बयान देने और उनकी पत्नियों को रेप की धमकी देने का आरोप है।

मद्रास हाईकोर्ट के एक एडवोकेट ने 27 अक्टूबर को जस्टिस कर्णन के खिलाफ शिकायत की थी। इस शिकायत के बाद मद्रास हाईकोर्ट के कुछ सीनियर वकीलों ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एसए बोबडे को चिट्ठी भी लिखी थी। इसमें जस्टिस कर्णन के विवादित बयान का जिक्र था। जस्टिस कर्णन का एक वीडियो सामने आया था, इसमें उन्होंने महिलाओं, जजों और उनकी पत्नियों के खिलाफ कमेंट किए थे और यौन शोषण की बात भी कही थी।

जस्टिस कर्णन ने कहा था- महिला कर्मचारियों का यौन शोषण होता है
जस्टिस कर्णन का वीडियो अक्टूबर में सामने आया था। वीडियो में उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज कोर्ट की महिला स्टाफ और जजों का यौन शोषण करते हैं। उन्होंने जजों की पत्नियों के खिलाफ भी बयान दिए थे। वकीलों ने CJI बोबडे को खत लिखकर कहा था कि जस्टिस कर्णन के बयान महिलाओं के सम्मान के खिलाफ हैं और उन पर तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए।

मद्रास हाईकोर्ट ने मंगलवार को ही तमिलनाडु के डीजी और चेन्नई पुलिस कमिश्नर को इस मामले में कार्रवाई का आदेश दिया था। कोर्ट ने दोनों अफसरों को 7 दिसंबर को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होकर जस्टिस कर्णन के खिलाफ जांच की स्टेटस रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था। हाईकोर्ट में तमिलनाडु बार काउंसिल की ओर से जस्टिस कर्णन के खिलाफ याचिका दायर की गई थी।

2017 में जस्टिस कर्णन को जज रहते हुए जेल की सजा मिली थी
2017 में जस्टिस कर्णन को जज रहते हुए 6 महीने की जेल की सजा मिली थी। वह देश के पहले ऐसे जज थे, जिन्हें पद पर रहते हुए सजा मिली थी। उस दौरान वह कलकत्ता हाईकोर्ट के जज थे। उस दौरान सुप्रीम कोर्ट के 7 जजों की बेंच ने पश्चिम बंगाल पुलिस को उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। एक हफ्ते के बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

2009 में पहली बार जज बनाए गए थे

  • जस्टिस कर्णन 2009 में पहली बार मद्रास हाईकोर्ट में जज बनाए गए थे।
  • 2016 में उनका ट्रांसफर कोलकाता हाईकोर्ट में हुआ था।
  • जस्टिस कर्णन ने पद पर रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखकर सीनियर जजों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
  • पिछले साल वह एंटी करप्शन डायनेमिक पार्टी के बैनर तले लोकसभा का चुनाव लड़े थे। हालांकि, इसमें उन्हें बुरी तरह हार मिली थी।

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