जबलपुर नगर निगम के होंगे दो हिस्से, कमलनाथ सरकार लाएगी प्रस्ताव

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल नगर निगम को दो भागों में बांटने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था, कि अब एक नई मांग ने प्रदेश की सियासत गरम कर दी है। भोपाल के बाद अब संस्कारधानी जबलपुर और इंदौर नगर निगम को भी दो भागों में बांटने की मांग उठ रही है और यह मांग कोई और नहीं बल्कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने की है। विवेक तन्खा ने ट्वीट के माध्यम से ये जानकारी दी।

राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने ट्वीट किया कि ‘यह समय की डिमांड है। जबलपुर कॉर्पोरेशन 1956 के क़ानून तहत स्थापित हुआ था। तब जबलपुर की जनसंख्या 2 लाख होगी। अब 15 लाख होगी। आज लगभग 70 वॉर्ड्ज़ है। अगर 2 कॉर्पोरेशन स्थापित होगे तो वार्ड संखिया दोगुनी हो जायेगी। 2 मेयर भी मिलेंगे। कल में विधिसम्मत अभ्यवेदन जयवर्धन सिंह को करूंगा। जिसके बाद कैबिनेट मंत्री जयवर्धन सिंह ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि यदि जबलपुर और इंदौर में दो नगर निगम बनाने का कोई सुझाव या आवेदन आता है तो उस पर विचार किया जाएगा’।

दरअसल कांग्रेस नेता विवेक तन्खा के ट्वीट के बाद व्यापम घोटाले के व्हिसल ब्लोअर डॉक्टर आनंद राय मंत्री जयवर्धन सिंह से मुलाकात की और उस मुलाकात को लेकर कहा कि ‘इंदौर में मंत्री जयवर्धन सिंह से चर्चा हुई ,विवेक तंखा ने भोपाल की तरह जबलपुर, इंदौर नगरनिगम को भी 2 निगम में बांटने का अनुरोध किया, इससे प्रशासनिक नियंत्रण बेहतर होगा महानगर की शक्ल अख्तियार करते शहर के लिए यह अतिआवश्यक है’। डॉक्टर आनंद राय का कहना है कि इंदौर-जबलपुर में दो नगरनिगम बनने से वर्तमान वार्ड की संख्या डबल हो जाएगी, 170 युवाओं को पार्षद बनने का मौका मिलेगा, शहर को नया युवा जोशीला नेतृत्व मिलेगा’। डॉ आनंद राय के ट्वीट के बाद मंत्री जयवर्धन सिंह ने ट्वीट कर कहा कि ‘विवेक तन्खा  के विचार उचित है। शहरी विकास के लिए छोटे जनसंख्या वाले वार्डों का होना जरूरी है। जबलपुर और इंदौर शहर में दो नगर निगम बनाने का कोई सुझाव या आवेदन आता है तो उस पर विचार किया जाएगा’। इसके साथ ही जयवर्धन सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘जब तंखा बोलते हैं तो पूरा देश सुनता है अभी हमारे पास सिर्फ भोपाल को लेकर आवेदन आया है अगर जबलपुर-इंदौर को लेकर कोई आवेदन आता है तो उस पर निश्चित ही विचार किया जाएगा’

बता दें कि भोपाल को दो नगरनिगम में बांटने के कमलनाथ के प्रस्ताव को लेकर बीजेपी और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने जमकर विरोध किया है। यही नहीं भोपाल की बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी कमलनाथ के इस नियम पर कड़ा रुख जताया। लेकिन अब तो कमलनाथ सरकार के दो बड़े चेहरे भोपाल के अलावा इंदौर और जबलपुर नगरनिगम को भी दो भागों में बांटने की मांग कर रहे हैं। देखना होगा कि कांग्रेस की इस मांग पर बीजेपी अपना क्या रुख सामने रखती है।

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