चालू वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए भारत की सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर शून्य से 23.9 प्रतिशत नीचे रही है। यह 40 साल का न्यूनतम जीडीपी वृद्धि दर है। इसे निराशाजनक माना जा रहा है, पर आश्चर्यजनक नहीं।
सेंट्रल स्टैटिस्टिकल ऑफ़िस ने इस साल की दूसरी तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी की वृद्धि दर का एलान कर दिया है। सोमवार की शाम हुए इस एलान के मुताबिक जीडीपी वृद्धि दर में गिरावट आई है।
सीएसओ साल में चार बार जीडीपी का आकलन करता है, यानी हर तिमाही में जीडीपी का आकलन किया जाता है। हर साल यह सालाना जीडीपी वृद्धि के आँकड़े जारी करता है।