फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) से प्रतिबंध के मंडराते खतरे के बीच अब पाकिस्तान की एक अदालत ने जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद को सजा सुनाई है. टेरर फंडिंग के मामलों में सईद को साढ़े पांच साल की सजा सुनाए जाने के बाद अमेरिका की ओर से बड़ा बयान आया है.
अमेरिका ने सईद को मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार बताते हुए सजा का स्वागत किया है. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार अमेरिकी विदेश विभाग प्रवक्ता ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए इसे आतंकी समूह का संचालन रोकने के लिए उठाया गया महत्वपूर्ण कदम बताया. अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि हम मुंबई हमले और अन्य आतंकी हमलों की योजना बनाने में शामिल रहे हाफिज सईद को सजा दिलाने के लिए आवाज उठाते रहेंगे.
US calls for Hafiz Saeed to be held accountable for involvement in 26/11 Mumbai terror attack
— ANI Digital (@ani_digital) February 14, 2020
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पाक से कहा, जारी रखें कार्रवाई
अमेरिकी विदेश विभाग प्रवक्ता ने इसे दक्षिण एशिया में शांति के लिए महत्वपूर्ण बताया और कहा कि हम पाकिस्तान से आतंकियों, फंडिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखने का आग्रह करते हैं. वहीं दक्षिण एशिया मामलों की मंत्री एलिस जी वेल्स ने हाफिज को सुनाई गई सजा को पाकिस्तान की ओर से टेरर फंडिंग रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की दिशा में उठाया गया कदम बताया.
गौरतलब है कि पाकिस्तान पर एफएटीएफ से ब्लैक लिस्टेड होने का खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में बर्बाद अर्थव्यवस्था को गर्त में जाने से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे पाकिस्तान की ओर से इसे अंतरराष्ट्रीय बिरादरी को भ्रमित करने के लिए उठाए गए कदम के रूप में देखा जा रहा है. वहीं इसे भारत की भी बड़ी जीत माना जा रहा है.
मुंबई हमले का मास्टरमाइंड
बता दें कि हाफिज सईद 26/11 को मुंबई में हुए हमले का मास्टरमाइंड था. साल 2008 में हुए इस हमले में 160 लोग मारे गए थे, जबकि 300 से अधिक लोग घायल हो गए थे. इस हमले में मारे गए लोगों में 6 अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे. भारत हमले के पीछे हाफिज सईद का हाथ होने का आरोप लगाता रहा, लेकिन पाकिस्तान इसे खारिज करता रहा.