1 साल के लिए फिर बनी सोनिया गांधी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष, CWC में मंजूरी

sonia-gandhi

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में फैसला लिया गया है कि सोनिया गांधी फिलहाल पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी. सीडब्ल्यूसी में इस फैसले पर रजामंदी हुई है कि सोनिया गांधी एक और साल के लिए पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालती रहेंगी. बता दें कि कांग्रेस में नेतृत्व संकट के बीच आज कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक चल रही थी. इस दौरान नेतृत्व के सवाल पर खुलकर बात हुई. बैठक के दौरान पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि वो अब आगे पार्टी अध्यक्ष नहीं बने रहना चाहती हैं. लेकिन कई नेताओं ने उन्हें पद पर बने रहने की अपील की थी.

गौरतलब है कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफे की बात कही थी. इसके साथ ही उन्होंने पार्टी को नया अध्यक्ष चुनने के लिए भी कहा था. हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एके एंटनी समेत कई नेताओं ने सोनिया गांधी से पद पर बने रहने की अपील की थी.

इस वजह से बुलाई गई थी बैठक

जानकारी के मुताबिक CWC की ये बैठक सोनिया गांधी को करीब 2 हफ्ते पहले लिखी गई एक चिट्ठी की प्रतिक्रिया के तौर पर बुलाई गई थी. कम से कम 23 नेताओं जिनमें CWC के सदस्य, UPA सरकार में मंत्री रहे नेता और सांसदों ने सोनिया गांधी को संगठन के मसले पर चिट्ठी लिखी थी. चिट्ठी में सशक्त केंद्रीय नेतृत्व के साथ पार्टी को चलाने की सही रणनीति पर जोर दिया गया था. इसमें कहा गया था कि नेतृत्व ऐसा हो जो सक्रिय हो और जमीन पर काम करता दिखे.

इस कांग्रेस नेता ने कहा चिट्ठी गांधी परिवार के खिलाफ नहीं

मध्य प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह ने पार्टी में उठे लेटर विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि चिट्ठी की बातें किसी भी व्यक्ति या गांधी परिवार के खिलाफ नहीं थीं. वह सिर्फ एक सुझाव था. सोनिया जी पद अपने पास रखने को तैयार नहीं हैं, ऐसे में अगर राहुल गांधी कार्यभार संभालने के लिए तैयार हैं, तो यह ठीक है, लेकिन यदि नहीं, तो पार्टी नेतृत्व पार्टी के संविधान के तहत सोचे और फैसला ले.

इस कांग्रेस नेता ने खून से लिखी चिट्ठी

वहीं दूसरी ओर दिल्ली में कांग्रेस काउंसलर संदीप तंवर ने कांग्रेस नेतृत्व को लेकर छिड़े विवाद में खून से खत लिख डाला. तंवर ने यह चिट्ठी राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने के हक में लिखी है. सोनिया गांधी को लिखी गई चिट्ठी में उन्होंने कहा है कि अगर राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष नहीं बनाया गया तो यह पार्टी के हित में फैसला नहीं होगा क्योंकि राहुल गांधी ने जमीनी लड़ाई लड़ी है.

Leave a Reply