बिना टिकट यात्रियों से वसूले गए 155 करोड़, इन चार TC ने की रिकॉर्ड कमाई

आम तौर पर भारतीय रेलवे से घाटे के ख़बर आती रही हैं, लेकिन इस बार ख़बर थोड़ी अलग है. भारतीय रेलवे ने गुरुवार को एक डाटा जारी किया है, जिसके मुताबिक अप्रैल से दिसंबर-2019 के बीच बिना टिकट यात्रियों से सघन टिकट चेकिंग अभियान के दौरान 155.14 करोड़ रुपये की वसूली की गई है.

टिकट कलेक्टर्स का रिकॉर्ड

बता दें, भारतीय रेलवे ने बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों पर लगाम लगाने के लिए एक मुहिम शुरू की थी. इस मुहिम से जुड़े चार टिकट कलेक्टर्स (टिकट जमा करने वाले) ने करोड़ों रुपये की जुर्माना राशि जमा कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है.

स्पेशल मुहिम से जुड़े टिकट कलेक्टर्स एसबी गलांडे ने रिकॉर्ड बनाते हुए सबसे अधिक 1.51 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूल किया. इस दौरान उन्होंने 22,680 बेटिकट यात्रियों को पकड़ा. वहीं उनके सहकर्मी रवि कुमार ने 20,657 यात्रियों से बतौर जुर्माना 1.45 करोड़ रुपये की राशि जमा की. जबकि दो अन्य टीसी (टिकट कलेक्टर्स) ने भी एक करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि वसूल की है.

एमएम शिंदे ने 16,035  यात्रियों से 1.07 करोड़ रुपये और डी कुमार ने 15,264  यात्रियों से 1.02 करोड़ रुपये की जुर्माना राशि जमा की है. यानी कि कुल मिलाकर भारतीय रेलवे को बतौर फाइन 155.14 करोड़ रुपये मिले हैं. बता दें, ये रकम बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों से वसूली गई है.

जुर्माने के बदले घूस की कोशिश

हालांकि जो भी यात्री बिना टिकट पकड़ा जाता था वो टिकट चेकर से मोल भाव कर बचना चाहता था. कोई भी जुर्माने की राशि नहीं भरना चाहता था. रवि कुमार, दूसरे सबसे अधिक जुर्माना राशि जमा करने वाले टीसी ने इस बात की तस्दीक की है. उन्होंने बताया, ‘जब भी कोई यात्री पकड़ा जाता था तो वो पहले जुर्माना देना नहीं चाहता था. वो कोशिश करता था कि जुर्माने की राशि के बदले ले-देकर काम चला ले. पकड़े गए बगैर टिकट वालों में लोकल ट्रेन के मुकाबले पैंसेजर ट्रेन के यात्री ज़्यादा थे.’

भारतीय रेलवे के मुताबिक इस स्पेशल ड्राइव का मुख्य मकसद यात्रियों के लिए बेहतर सुविधा सुनिश्चित करना है. उन्होंने कहा, ‘सभी यात्रियों से अपील है कि वो वैध टिकट लेकर ही यात्रा  करें. बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों के खिलाफ आगे भी हमारी मुहिम जारी रहेगी. हाल के ड्राइव के दौरान हमारे राजस्व में बढ़ोतरी हुई है.’

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