एक्सिस बैंक पर पड़ा भारी : उद्धव सरकार का निर्णय। लाखों पुलिसकर्मियों का खाता फिर से राष्ट्रीयकृत बैकों में ट्रांसफर होगा।

नागपुर के एक आरटीआई कार्यकर्ता ने प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी ) में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ शिकायत की थी वह यह कि फड़नवीस कथित रूप से अपने पद का दुरुपयोग कर उस निजी बैंक को कारोबारी लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था, जिसमें उनकी पत्नी शीर्ष कॉर्पोरेट पद पर हैं।

कार्यकर्ता मोहनिश जे. जबलपुरे ने ईडी को लिखे पत्र में दावा किया है कि सरकार ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि विभिन्न विभागों के सैलरी अकाउंट को निजी एक्सिस बैंक में हस्तांतरित किया जाए।

उन्होंने कहा कि इससे जहां एक्सिस बैंक को लाभ हुआ, वहीं सरकारी बैंकों को भारी नुकसान हुआ, क्योंकि अभी तक विभाग की सैलरी उन बैंकों के खातों में ही जाती थी।

जबलपुरे ने मीडिया को बताया था, “मैंने बंबई हाईकोर्ट (नागपुर पीठ) में पहले ही जनहित याचिका (पीआईएल) दाखिल कर की है, जिस इससे पहले मैंने मुख्य सचिव को पत्र लिखा था, लेकिन इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई।”

अपनी याचिका में जबलपुरे ने आरोप लगाया था कि फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस एक्सिस बैंक में वरिष्ठ पद पर हैं, इसलिए राज्यों के लाखों पुलिस वालों का खाता एक्सिस बैंक में हस्तांतरित (11 मई, 2017 को जारी परिपत्र) किया गया।

पेशेवर बैंकर अमृता फडणवीस फिलहाल एक्सिस बैंक की उपाध्यक्ष और पश्चिम भारत की कॉर्पोरेट प्रमुख हैं। वह गायिका और सोशलाइट भी हैं। उन्होंने 2017 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मेजबानी में आयोजित नेशनल प्रेयर ब्रेकफास्ट में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।

बहरहाल लंबे समय से चले आ रहे इस विवाद के बार एक्सिस बैंक को नुकसान उठाना पड़ रहा है। लगभग 2 लाख से अधिक पुलिसकर्मियों के खाते एस बी आई जैसे राष्ट्रीयकृत बैंकों में पुनः खोलने का निर्णय उद्धव सरकार ने ले लिया है।

महाराष्ट्र सरकार यह कदम न केवल एस बी आई को मजबूती प्रदान करेगा बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस सीधे तौर पर निशाने पर लिए जा सकेंगे।

खबर के बवाल के बाद बहुत सारे लोगों की साख पर बट्टा लगना तय माना जा रहा है।

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