वेस्ट बंगाल में इन दिनों तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच सियासी तनाव बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को बंगाल बीजेपी के चीफ दिलीप घोष के काफिले पर हमला किया गया। हालांकि दिलीप घोष की गाड़ी आगे निकल चुकी थी जिससे वह बच गए।
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव से पहले सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। ऐसे माहौल में बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को खुली धमकी दे दी है।
रविवार को एक कार्यक्रम में घोष ने कहा, – ‘मैं उत्पात मचाने वाले ममता दीदी के लोगों से कहना चाहता हूं कि वे अपने आपको 6 महीने के भीतर सुधार लें। नहीं तो उनके हाथ, सिर और पसलियां तोड़ दी जाएंगी। आप लोगों को घर जाने से पहले अस्पताल जाना पड़ जाएगा।’ दिलीप घोष इतने पर भी नहीं थमे। उन्होंने कहा- ‘अगर इन लोगों ने ज्यादा उत्पात मचाया तो इन्हें श्मशान गृह भेज दिया जाएगा।’
पश्चिम बंगाल प्रमुख के इस बयान पर राज्य की राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है। पिछले कुछ महीनों में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों के बीच टकराव की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। कई कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है। पिछले महीने ही दिलीप घोष के काफिले पर वर्धमान जिले में हमला कर दिया गया था। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों पर आरोप लगाया था। हालांकि टीएमसी ने उनके आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था